लसोड़ा से कम लागत में अधिक आमदनी


सार
लसोड़ा जिसे गोंदा भी कहते हैं, बोरेजिनेसी कुल का पौध है। यह कॉर्डिया वंश के अंतर्गत आता है एवं इसका वैज्ञानिक नाम कॉर्डिया मिक्सा है। यह लेहसूआ, गूंदी, गोंदबेरी, इत्यादि नामों से भी जाना जाता है। इसे रेगिस्तान की चेरी भी कहते हैं। आम के आम, गुठलियों के दाम’ वाली कहावत इसके लिए सटीक बैठती है। अगर किसान, पौधें का रोपण खेत के चारों ओर वायुरोधक वृक्ष के रूप में करते हैं तो यह फसलों की शीतलहर एवं गर्मी से तो रक्षा करता ही है, साथ में पौधें से फल भी प्राप्त होते रहते हैं।
डाउनलोड
##submission.downloads##
प्रकाशित
कैसे उद्धृत करें
अंक
खंड
अनुज्ञप्ति
फल फूल में प्रकाशित लेखों का कॉपीराइट भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पास निहित है, जिसे भारत या विदेश में किसी भी संगठन के साथ किसी भी समझौते में प्रवेश करने का अधिकार है, जो रिप्रोग्राफी, फोटोकॉपी, भंडारण और सूचना के प्रसार में शामिल है। इन पत्रिकाओं में सामग्री का उपयोग करने में परिषद को कोई आपत्ति नहीं है, बशर्ते जानकारी का उपयोग अकादमिक उद्देश्य के लिए किया जा रहा हो, लेकिन व्यावसायिक उपयोग के लिए नहीं। आईसीएआर को देय क्रेडिट लाइन दी जानी चाहिए जहां सूचना का उपयोग किया जाएगा।