औषधीय पौधों का महत्व

लेखक

  • पल्लवी सिंह आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या
  • पूनम सिंह आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या
  • सत्येंद्र पाल सिंह कृषि विज्ञान केंद्र, शिवपुरी (म.प्र.)

सार

प्राचीनकाल से ही मनुष्य रोग से बचाव एवं उपचार के लिये विभिन्न प्रकार के पौधें का उपयोग करता आया है। पौधें की जड़ें, तने, पत्तियाँ, फूल, फल, बीज और यहाँ तक कि छाल का उपयोग भी उपचार के लिये किया जाता है। पौधें का यह औषधीय गुण उनमें उपस्थित कुछ रासायनिक पदार्थों से होता है जिनकी मानव-शरीर पर विशिष्ट क्रिया होती है। मुख्य औषधीय पौधों एरगोट, एकोनाइट, मुलेठी, जलाप, हींग, मदार, सिया, लहसुन, अदरक, हल्दी, चंदन, बेलाडोना, तुलसी, नीम, अपफीम, क्वीनाइन, इत्यादि हैं।

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प्रकाशित

2023-04-17

कैसे उद्धृत करें

सिंह प., सिंह प., & सिंह स. प. (2023). औषधीय पौधों का महत्व. फल फूल, 44(2), 34-35. https://epatrika.icar.org.in/index.php/phalphool/article/view/259