गृहवाटिका है स्वास्थ्य एवं पोषण का आधार

लेखक

  • मोती लाल मीणा कृषि विज्ञान केन्द्र, तुर्की-मुजफ्फरपुर (बिहार)
  • पुष्पा सिंह डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्याालय, पूसा, समस्तीपुर (बिहार)
  • अनुपमा कुमारी डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्याालय, पूसा, समस्तीपुर (बिहार)

सार

पोषक एवं औषधीय गुणों के कारण हमारे दैनिक जीवन में ताजी व हरी सब्जियों का अत्यधिक महत्व है। इनके नियमित सेवन से शरीर के लिए प्रचुर मात्रा में आवश्यक खनिज तत्व एवं विटामिन्स के साथ अन्य जरूरी पौष्टिक तत्व भी सुगमता से प्राप्त होते हैं। पोषण जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रति व्यत्तिफ प्रति दिन 300 ग्राम सब्जियों की आवश्यकता पड़ती है। इनमें 125 ग्राम पत्तेदार सब्जियां, 100 ग्राम कंदमूल एवं 75 ग्राम अन्य सब्जियां सम्मिलित हैं। मकान के खुले हिस्से या अहाते में उपलब्ध् जमीन में भी कम परिश्रम करके ताजी, हरी एवं गुणवत्तायुत्त सब्जियां उगा सकते हैं।

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प्रकाशित

2023-05-17

कैसे उद्धृत करें

मीणा म. ल., सिंह प., & कुमारी अ. (2023). गृहवाटिका है स्वास्थ्य एवं पोषण का आधार. फल फूल, 44(3), 26-27. https://epatrika.icar.org.in/index.php/phalphool/article/view/345