शहतूत का तुड़ाई उपरांत प्रबंधन
Abstract
शहतूत के फल खट्टे-मीठे, स्वादिष्ट एवं औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। इनमें प्रचुर मात्रा में फीनोलिक्स, फ्रलेवोनोइड्स, विटामिन तथा खनिज तत्व होते हैं। फल का तुड़ाई-उपरांत लघु जीवनकाल इसके ताजे फलों की ढुलाई तथा विपणन मुख्य चुनौतियां हैं। शहतूत में तुड़ाई-उपरांत जीवनकाल को बढ़ाने तथा सुरक्षित परिवहन के लिए फलों की उचित पैकेजिंग करना अति आवश्यक है। इसके फलों की भी स्ट्राॅबेरी की भांति पैकिंग करके शहरी क्षेत्रों की फलमंडी, खुदरा फल विक्रेता, शाॅपिंग माॅल इत्यादि में बेचा जा सकता है।
Downloads
Downloads
Published
Issue
Section
License
Copyright (c) 2023 फल फूल

This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-ShareAlike 4.0 International License.
फल फूल में प्रकाशित लेखों का कॉपीराइट भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पास निहित है, जिसे भारत या विदेश में किसी भी संगठन के साथ किसी भी समझौते में प्रवेश करने का अधिकार है, जो रिप्रोग्राफी, फोटोकॉपी, भंडारण और सूचना के प्रसार में शामिल है। इन पत्रिकाओं में सामग्री का उपयोग करने में परिषद को कोई आपत्ति नहीं है, बशर्ते जानकारी का उपयोग अकादमिक उद्देश्य के लिए किया जा रहा हो, लेकिन व्यावसायिक उपयोग के लिए नहीं। आईसीएआर को देय क्रेडिट लाइन दी जानी चाहिए जहां सूचना का उपयोग किया जाएगा।