दलहनी पफसलों के लिए लाभदायक राइजोबियम

लेखक

  • शुभम सिंह राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर (मध्य प्रदेश)
  • सुभाष राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर (मध्य प्रदेश)
  • सुनील प्रजापति राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर (मध्य प्रदेश)

सार

भारत, दलहनी फसलों का एक प्रमुख उत्पादक देश है। विश्व में दलहन उत्पादन में भारत का प्रथम स्थान है। देश में विभिन्न प्रकार की दलहनी फसलों की खेती की जाती है, जैसे-चना, मूंग, उड़द, अरहर, लोबिया, मूंगपफली, सोयाबीन इत्यादि। दलहन, प्रोटीन का प्रमुख स्रोत है और शाकाहारी भोजन में दलहन मुख्य रूप से शामिल है। सामान्यतः भोजन दाल के बिना अधूरा माना जाता है, तो इसके उत्पादन पर जोर देना भी जरूरी है। इसके लिए वैज्ञानिकों द्वारा विकसित राइजोबियम जीवाणु ने दाल वाली फसलों के उत्पादन में एक जादुई बृद्धि की है। यह खेती की लागत को कम करते हुए मृदा के उपजाऊपन को भी लंबे समय तक बनाये रखने में अहम भूमिका निभाता है। अतः राइजोबियम जीवाणु का उपयोग किसान भाइयों को अपनी दाल वाली फसल में एक बार जरूर करके इसके चमत्कारी प्रभाव को देखना चाहिए।

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प्रकाशित

2022-11-25

कैसे उद्धृत करें

सिंह श., सुभाष, & प्रजापति स. (2022). दलहनी पफसलों के लिए लाभदायक राइजोबियम. खेती, 75(7), 56-58. https://epatrika.icar.org.in/index.php/kheti/article/view/52