बढ़ाएं टमाटर की उत्पादकता


सार
भारत सालाना लगभग 19 मिलियन टन टमाटर उत्पादन करता है, जो लगातार बढ़ती टमाटर की मांग को पूरा करने के लिए अपर्याप्त है। भारत और संयुत्तफ राज्य अमेरिका के बीच टमाटर उत्पादकता का एक बड़ा अंतर है। टमाटर की उत्पादकता को एकीकृत माध्यम में शाखाओं की उचित तरीके से कटाई-छंटाई, पौधें को तार के जाल या लकड़ी के डंडों के सहारे विकसित करके, तरल उर्वरकों का उचित मात्रा में प्रयोग तथा मल्चिंग तकनीक से बढ़ाया जा सकता है। इस एकीकृत तकनीक के माध्यम से टमाटर की अच्छी उपज के साथ उच्च फल गुणवत्ता भी प्राप्त की जा सकती है।
##submission.downloads##
प्रकाशित
कैसे उद्धृत करें
अंक
खंड
अनुज्ञप्ति
Copyright (c) 2023 फल फूल

यह काम Creative Commons Attribution-NonCommercial-ShareAlike 4.0 International License के तहत लाइसेंस प्राप्त है.
फल फूल में प्रकाशित लेखों का कॉपीराइट भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पास निहित है, जिसे भारत या विदेश में किसी भी संगठन के साथ किसी भी समझौते में प्रवेश करने का अधिकार है, जो रिप्रोग्राफी, फोटोकॉपी, भंडारण और सूचना के प्रसार में शामिल है। इन पत्रिकाओं में सामग्री का उपयोग करने में परिषद को कोई आपत्ति नहीं है, बशर्ते जानकारी का उपयोग अकादमिक उद्देश्य के लिए किया जा रहा हो, लेकिन व्यावसायिक उपयोग के लिए नहीं। आईसीएआर को देय क्रेडिट लाइन दी जानी चाहिए जहां सूचना का उपयोग किया जाएगा।