उद्यानिकी फसलों में घुलनशील उर्वरकों का उपयोग

लेखक

  • नीशू जोशी कृषि महाविद्यालय, नागौर
  • सौरभ जोशी कृषि महाविद्यालय, नागौर
  • जितेंद्र शर्मा अनु. निदेशक कृषि अनुसंधान उपकेंद्र, सुमेरपुर (पाली)
  • एस. डी. रतनू कृषि विश्वविद्यालय, मंडोर, जोधपुर

सार

उद्यानिकी फसलों में विश्व में भारत का दूसरा स्थान है। आज देश के हर राज्य में इन उत्पादों के लिये बड़े उद्योगों की स्थापना हो रही है। अतः वर्तमान में उद्यानिकी फसलों की गुणवत्ता व उत्पादकता बढ़ाना अत्यन्त आवश्यक हो गया है। नई उत्पादन तकनीकों को अपनाकर ही उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। इसके लिये आजकल सघन खेती कर भूमि की उत्पादन क्षमता बढ़ाई जा सकती है। इसके लिये उर्वरक उपयोग, सिंचाई, रोपाई, निराई आदि कृषि क्रियाओं में श्रम को कम करने हेतु तकनीक अपनाने की जरूरत है। ऐसा करने से उपरोत्तफ सभी कृषि क्रियाओं में श्रम एवं धन की बचत हो सकती है।

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प्रकाशित

2023-04-17

कैसे उद्धृत करें

जोशी न., जोशी स., शर्मा ज., & रतनू ए. ड. (2023). उद्यानिकी फसलों में घुलनशील उर्वरकों का उपयोग. फल फूल, 44(2), 8-9. https://epatrika.icar.org.in/index.php/phalphool/article/view/247