लेट्यूस की खेती

लेखक

  • प्रदीप कुमार सिंह शेर-ए-कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कश्मीर, शालीमार, श्रीनगर (जम्मू एंड कश्मीर)

सार

सलाद वाली फसलों में लेट्यूस का प्रमुख स्थान है। इसका वानस्पतिक नाम लैक्टुका सटाइवा है एवं इसका कुल एस्टऐरेसी है। इसका मुख्य रूप से प्रयोग सलाद के रूप में कच्चे खाने के लिए होता है। यह अन्य सलाद के रूप में प्रयोग की जाने वाली सब्जियों को सजाने के लिए भी प्रयोग किया जाता है। हमारे देश में व्यावसायिक दृष्टि से इसकी खेती सीमित क्षेत्रों में की जाती है। बड़े शहरों, पर्यटकों वाली जगह एवं पांच सितारा होटलों में इसे बहुत अधिक पसंद किया जाता है। पर्वतीय क्षेत्रों में इसकी खेती संरक्षित गृहों एवं खुले आसमान में भी करते हैं। इसके पत्तों एवं गांठों का सलाद के रूप में उपयोग किया जाता है।

Downloads

##plugins.themes.default.displayStats.noStats##

##submission.downloads##

प्रकाशित

2023-01-10

कैसे उद्धृत करें

सिंह प. क. (2023). लेट्यूस की खेती. फल फूल, 44(1), 17-18. https://epatrika.icar.org.in/index.php/phalphool/article/view/115