चन्द्रशूर है औषधीय पौधा
345 / 160
Abstract
चन्द्रशूर का वानस्पतिक नाम लेपीडियम सेटाईवम है। यह क्रूसिपफेरी (सरसों) कुल का सदस्य है। यह औषधीय गुणों से भरपूर एकवर्षीय, तेजी से बढ़ने वाला तिलहनी शाकीय पौध है। इस औषधीय वनस्पति को असारिया, आरिया, हालिम आदि नामों से भी जाना जाता है। इसकी खेती उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात तथा मध्य प्रदेश में व्यवसायिक स्तर पर की जा रही है। इसका पौध 30-60 सें.मी. ऊंचा, तना सीध व अरोमिल होता है, जिसकी उम्र लगभग 3-4 माह तक होती है। इसके फूल सफेद से गुलाबी रंग के द्विलिंगी होते हैं।
Downloads
Downloads
Submitted
Published
Issue
Section
License
Copyright (c) 2024 फल फूल

This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-ShareAlike 4.0 International License.
फल फूल में प्रकाशित लेखों का कॉपीराइट भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पास निहित है, जिसे भारत या विदेश में किसी भी संगठन के साथ किसी भी समझौते में प्रवेश करने का अधिकार है, जो रिप्रोग्राफी, फोटोकॉपी, भंडारण और सूचना के प्रसार में शामिल है। इन पत्रिकाओं में सामग्री का उपयोग करने में परिषद को कोई आपत्ति नहीं है, बशर्ते जानकारी का उपयोग अकादमिक उद्देश्य के लिए किया जा रहा हो, लेकिन व्यावसायिक उपयोग के लिए नहीं। आईसीएआर को देय क्रेडिट लाइन दी जानी चाहिए जहां सूचना का उपयोग किया जाएगा।