फल उपयोग से खनिज कुपोषण करें दूर

लेखक

  • शोभन देबनाथ वरिष्ठ अनुसंधन अध्येता, भाकृअनुप- केंद्रीय शीतोष्ण बागवानी संस्थान, क्षेत्राीय केंद्र, मुक्तेश्वर, नैनीताल (उत्तराखंड)
  • अरुण किशोर वरिष्ठ अनुसंधन अध्येता, भाकृअनुप- केंद्रीय शीतोष्ण बागवानी संस्थान, क्षेत्राीय केंद्र, मुक्तेश्वर, नैनीताल (उत्तराखंड)
  • योगेश कुमार वरिष्ठ अनुसंधन अध्येता, भाकृअनुप- केंद्रीय शीतोष्ण बागवानी संस्थान, क्षेत्राीय केंद्र, मुक्तेश्वर, नैनीताल (उत्तराखंड)

सार

मानव आहार में फल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनसे हमें विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों, विटामिन्स एवं खनिजों की आपूर्ति होती है। ये मनुष्य की बृद्धि एवं पाचन क्रिया में उपयोगी होते हैं। पफलों में उपस्थित खनिज जैसे- कैल्शियम, फॉस्पफोरस, मैग्नीशियम एवं जस्ता इत्यादि समग्र स्वास्थ्य और शारीरिक प्रणालियों के रख-रखाव के लिए महत्वपूर्ण हैं। सामान्य रूप से एक वयस्क व्यक्ति के प्रत्येक दिन के आहार में पर्याप्त पोषण के लिए 150 से 200 ग्राम फलों का होना आवश्यक है।

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प्रकाशित

2023-01-10

कैसे उद्धृत करें

देबनाथ श., किशोर अ., & कुमार य. (2023). फल उपयोग से खनिज कुपोषण करें दूर. फल फूल, 44(1), 41-44. https://epatrika.icar.org.in/index.php/phalphool/article/view/126