मुनाफे का सौदा है जंगली गेंदे की खेती

लेखक

  • प्रियंका सूर्यवंशी सी.एस.आई.आर.-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौध संस्थान, लखनऊ
  • दिपेन्द्र कुमार सी.एस.आई.आर.-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौध संस्थान, लखनऊ
  • अर्जिता पुनेठा सी.एस.आई.आर.-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौध संस्थान, लखनऊ

सार

वनस्पति जगत में टेजटस माइन्यूटा के नाम से पहचान रखने वाले जंगली गेंदे की खेती किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है। जंगली गेंदे का उत्पादन मुख्यतः दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील और ऑस्ट्रेलिया में किया जाता है। भारत में उत्तर भारत के पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों-हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर और उत्तर प्रदेश में इसकी खेती व्यावसायिक स्तर पर होने लगी है। देश में इसके तेल का अनुमानित कुल उत्पादन 5 टन है। जंगली गेंदे का प्रसाध्न उद्योग में भारी मात्रा में प्रयोग किया जाता है। इसके सुगंध्ति तेल को परफ्रयूम में टेजीटी के नाम से उपयोग किया जाता है। तम्बाकू उद्योग में उपयोग के साथ-साथ सर्दी-जुकाम, श्वांस व पेट सम्बंधित समस्याओं को ठीक करने में जंगली गेंदा लाभकारी है।

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प्रकाशित

2023-01-10

कैसे उद्धृत करें

सूर्यवंशी प., कुमार द., & पुनेठा अ. (2023). मुनाफे का सौदा है जंगली गेंदे की खेती. फल फूल, 44(1), 49. https://epatrika.icar.org.in/index.php/phalphool/article/view/129