फुटकल है अंजीर कुल का गुणकारी वृक्ष

लेखक

  • रनबीर सिंह राठी भाकृअनुप-राष्ट्रीय पादप आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, पूसा, नई दिल्ली
  • कैलाश चन्द्र भट्ट भाकृअनुप-राष्ट्रीय पादप आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, पूसा, नई दिल्ली
  • सुधीर पाल अहलावत भाकृअनुप-राष्ट्रीय पादप आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, पूसा, नई दिल्ली

सार

फुटकल का वानस्पतिक नाम फाइकस जेनीकुलेटा है। यह अंजीर कुल (मोरेसी) का एक दीर्घ आयु वाला (लगभग 100 वर्ष), 20-30 मीटर ऊंचा वृक्ष है। भारत में यह वृक्ष उत्तर-पूर्वी, पूर्वी, एवं दक्षिणी क्षेत्रों तथा झारखण्ड, बिहार एवं छत्तीसगढ़ में खेतों तथा घरों के आसपास इसी कुल के अन्य वृक्षों जैसे धूमर (गूलर), पीपल, बड़ (बरगद) आदि के साथ एवं अकेले भी उगता हुआ पाया जाता है। भारतवर्ष के अध्कितर आदिवासी राज्यों में इसकी मुलायम पत्तियों व कोंपलों में पौष्टिक तत्वों की प्रचुर मात्रा उपलब्ध् होने के कारण भाजी, सलाद, सूप, अचार बनाने तथा औषधि के रूप में भी इसका उपयोग किया जाता है। इसकी लकड़ी का उपयोग जलाने तथा फर्नीचर, बल्ली-पफट्टा आदि बनाने में भी किया जाता है। इन्हीं विशेषताओं के कारण इसे बहुपयोगी वृक्ष की श्रेणी में रखा जाता है।

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प्रकाशित

2023-04-17

कैसे उद्धृत करें

राठी र. स., भट्ट क. च., & अहलावत स. प. (2023). फुटकल है अंजीर कुल का गुणकारी वृक्ष. फल फूल, 44(2), 6-7. https://epatrika.icar.org.in/index.php/phalphool/article/view/246