गाजर की वैज्ञानिक खेती

लेखक

  • पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह भाकृअनुप-भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधन संस्थान, मोदीपुरम, मेरठ (उ.प्र.)
  • अमित नाथ भाकृअनुप-भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधन संस्थान, मोदीपुरम, मेरठ (उ.प्र.)
  • निर्मल भाकृअनुप-भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधन संस्थान, मोदीपुरम, मेरठ (उ.प्र.)

सार

गाजर की खेती पूरे देश में की जाती है। यह एक महत्वपूर्ण जड़ वाली फसल है। इसका उपयोग सब्जी, सलाद, अचार और मिठाई आदि के लिए किया जाता है। गाजर में स्वाद
के साथ ही अनेक गुण मौजूद होते हैं। इसमें आयरन, काॅपर, मैग्नीज, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, फोलेट, पैटोयेनिक एसिड आदि भरपूर मात्रा मे मौजूद होते
हैं। ये तत्व कोलेस्ट्राॅल का स्तर सामान्य रखने में मदद करते हैं। कई शोधें से यह स्पष्ट हो चुका है कि गाजर का सेवन कैंसर और दिल के रोगों के खतरों को कम करता है।
इसमें अल्पफा और बीटा कैरोटिन पाया जाता है जो दिल का दौरा पड़ने के खतरे को कम करता है। ‘विटामिन ए’, से भरपूर होने के कारण आँखों की रोशनी कम होने पर
चिकित्सक गाजर खाने की सलाह देते हैं।

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प्रकाशित

2023-04-17

कैसे उद्धृत करें

सिंह प. प., नाथ अ., & निर्मल. (2023). गाजर की वैज्ञानिक खेती. फल फूल, 44(2), 12-13. https://epatrika.icar.org.in/index.php/phalphool/article/view/249