अप्रैल के मुख्य कृषि कार्य

लेखक

  • राजीव कुमार सिंह भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा, नई दिल्ली-110012
  • कपिला शेखावत भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा, नई दिल्ली-110012
  • प्रवीण कुमार उपाध्याय भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा, नई दिल्ली-110012
  • एस.एस. राठौर भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा, नई दिल्ली-110012
  • आदित्य सिंह भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा, नई दिल्ली-110012

सार

अप्रैल माह में लहराती फसलें कटाई के लिए तैयार हैं। यह मौसम बड़ा ही मनमोहक और ऊर्जा भरने वाला है। इस माह तापमान में वृद्धि होने लगती है और रातें छोटी व दिन बड़े होने लगते हैं। इसके साथ ही रबी फसलों की कटाई, मड़ाई का कार्य भी शुरू हो जाता है। मौसम में भी अप्रत्याशित बदलाव आने लगते हैं, जैसे तेज हवाओं का चलना, आंधी-तूफान आना और असमय वर्षा होना। अतः इस समय मौसम के स्वभाव पर विशेष ध्यान देना चाहिए। मौसम संबंधी भविष्यवाणी से अवगत रहकर सही समय पर फसल कटाई संबंधी कार्यों को पूर्ण करना चाहिए। इसके साथ-साथ खाली खेतों में जायद मौसम के अन्तर्गत कृषि उत्पादन में वृद्धि हेतु उपलब्ध संसाधनों का समुचित एवं सामयिक उपयोग आवश्यक है।

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प्रकाशित

2024-06-19

कैसे उद्धृत करें

राजीव कुमार सिंह, कपिला शेखावत, प्रवीण कुमार उपाध्याय, एस.एस. राठौर, & आदित्य सिंह. (2024). अप्रैल के मुख्य कृषि कार्य. खेती, 76(12), 46-58. https://epatrika.icar.org.in/index.php/kheti/article/view/1127