समन्वित कृषि प्रणाली फायदेमंद व्यवसाय
सार
भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान द्वारा पाॅली, पलिन्दा, ढीमरपुरा, दातानगर एवं परवई गांव में फार्मर फस्र्ट परियोजना वर्ष 2016 से चलाई जा रही है। इस परियोजना के अंतर्गत किसानों को विभिन्न तकनीकी आधारित कृषि प्रणालियों पर प्रशिक्षण दिया गया। इसके साथ ही संस्थान द्वारा कई फसलों के उन्नत किस्म के बीज किसानों को दिए गए और उन्हें कृषि की कई तकनीकियों पर खेती करने के लिए प्रेरित किया गया। इसमें पलिन्दा गांव के श्री उत्तम सिंह राजपूत जी के यहां समन्वित कृषि पर जोर दिया गया। इनके यहां सब्जी उत्पादन, फसल उत्पादन के साथ-साथ वर्मीकम्पोस्ट खाद एवं नेपियर घास लगायी गयी, जिससे पशुओं को वर्षभर चारा मिल सके। श्री राजपूत जी ने अपने खेतों में सब्जी उत्पादन को ज्यादा महत्व दिया। वे मुख्य रूप से वर्षभर गोभी उत्पादन करते हैं। इससे उनकी आय वर्षभर प्रतिदिन होती है।
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