गेहूं की फसल में रोगों की रोकथाम

लेखक

  • कविता सोलंकी डा. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर-848125 (बिहार)
  • कन्हैया लाल डा. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर-848125 (बिहार)

सार

गेहूं, भारत की प्रमुख खाद्यान्न फसल है। इसके साथ ही साथ यह देश की खाद्य सुरक्षा का आधार भी है। वर्तमान में कृषि वैज्ञानिकों ने आधुनिक शोध कार्यों एवं प्रयोगों द्वारा गेहूं की खेती को एक सुधरा एवं वैज्ञानिक रूप प्रदान किया है। इससे गेहूं उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के असीम अवसर उपलब्ध हो गए हैं। बदलती जलवायु के परिदृश्य में कृषि में उत्पादन एवं आय बढ़ाने की नवीनतम व समसामयिक तकनीकों को समझना और अपनाना जरूरी हो गया है। वर्तमान में हमारे पास न सिर्पफ गेहूं की उन्नत किस्में उपलब्ध हैं, बल्कि पफसल को विभिन्न रोगों से बचाने की रोगरोधी किस्में भी मौजूद हैं। आज पूरे देश में गेहूं की प्रमुख महामारी रतुआ (रस्ट रोग) से इस पफसल को बचाया और सुरक्षित रखा जा सकता है। इसके लिए फसल सुधार कार्यक्रमों द्वारा समय-समय पर दी गई रोगों की जानकारियां, पहचान, कारण एवं प्रबंधन के तरीकों को सही तरह से जानने, समझने और जानकारी से अनभिज्ञ किसानों को समझाने की जरूरत है।

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प्रकाशित

2024-06-25

अंक

खंड

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कैसे उद्धृत करें

कविता सोलंकी, & कन्हैया लाल. (2024). गेहूं की फसल में रोगों की रोकथाम. खेती, 77(2), 31-33. https://epatrika.icar.org.in/index.php/kheti/article/view/1199