दुधारू पशुओं में थनैला रोग

लेखक

  • रितु पंघाल लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, हिसार (हरियाणा)
  • दीपिका श्योराण लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, हिसार (हरियाणा)
  • काटे ऋजुता राजेश महाराष्ट्र पशु और मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय, नागपुर (महाराष्ट्र)
  • प्रवीन कुमार लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, हिसार (हरियाणा)

सार

थनैला, मादा पशुओं में कई कारणवश से फैलने वाला थनों का संक्रामक रोग है। यह रोग सभी प्रकार के दुधारू पशुओं को समान रूप से प्रभावित करता है। यह कई प्रकार के जीवाणु, विषाणु, फफूद इत्यादि से होता है। रोग का प्रसारण संक्रमित पानी, बिछावन, उपयोग में आने वाले उपकरण तथा दूध दुहने वाले के हाथों से हो सकता है।

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प्रकाशित

2023-06-27

अंक

खंड

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कैसे उद्धृत करें

पंघाल र., श्योराण द., राजेश क. ऋ., & कुमार प. (2023). दुधारू पशुओं में थनैला रोग. खेती, 76(2), 24-25. https://epatrika.icar.org.in/index.php/kheti/article/view/434